भ्रष्टाचार का पुल टूटा: छत्तीसगढ में पुल टूटने से मुख्यमार्गों से रास्ता हुआ बंद, वाहनों की लगी लंबी कतार
बिलासपुर। घटिया निर्माण कार्य के चलते नाले पर बना पुल टूट गया है। जिसके चलते मुख्यमार्ग बंद होने से वाहनों की लंबी कतार लग गई है। वैकल्पिक मार्ग से वाहन चालक डाइवर्ट हो रहे है। घटिया निर्माण और भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा के चलते लाखों लोगों के आवागमन का मार्ग अवरुद्ध हो गया है और राहगीरों को रास्ता बदल लंबे रास्ते से सफर करना पड़ रहा है।
बिलासपुर से लगे मां महामाया की नगरी रतनपुर से कोटा ब्लॉक मुख्यालय को जोड़ने वाले रतनपुर- कोटा मुख्यमार्ग पर सिलदहा मोड़ में पड़ने वाले चांपी नाला पर आवागमन के लिए पुल बनाया गया है। जो तड़के टूट गया। जिसके चलते रतनपुर कोटा मुख्यमार्ग बाधित हो गया। और रास्ते मे वाहनों की लंबी कतार लग गई है।
बता दे कि इस पुल के निर्माण के लिए राज्य क्षेत्र सड़क परियोजना के अंतर्गत लोक निर्माण विभाग ने वर्ष 2016 में टेंडर जारी किया था। और 2 साल में इसका निर्माण पूरा करना था। यह मार्ग रतनपुर- कोटा- लोरमी को जोड़ने के लिए 50 किलोमीटर तक के बनाया गया था। जिसके लिए 106 करोड़ 247 लाख रुपये जैसी भारी भरकम राशि जिंदल पीआरएल कंपनी बिलासपुर को दिया गया था। पुल के टूटने से रतनपुर- कोटा मुख्यमार्ग के अलावा लोरमी जाने का भी रास्ता बंद हो गया है। और लोरमी, कोटा, मरवाही के लोगो का संपर्क रतनपुर होते हुए बिलासपुर से कट गया है। अब रतनपुर से ब्लॉक मुख्यालय कोटा जाने के लिए लोगो को वापस बिलासपुर की तरफ आकर कोनी के तुर्काडीह पुल से बेलगहना होकर जाना पड़ रहा है। वाहनों की लंबी कतार लगने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों ने अब तक कोई सुध नही ली है। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि इसके लिए जिम्मेदारों पर कार्यवाही की जाती है या बक्श दिया जाता है।